शुक्रवार, 7 दिसंबर 2007

वाह ताज - दुनिया का सरताज

वह ताज-दुनिया का सरताज

दुनिया मैं २१ धरोहरें हैं. इनमें से ७ अजूबे कहे जातें हैं. ताज महल इन सबका सरताज घोषित हो चूका है.. इसे भारत्वंशियोँ का शिर गर्व से ऊँचा हो गया. दिनांक ७-७-७ को दुनिया के अजूबों के इतिहाश मैं हमेशा यद् रखा जाएगा. वैसे भी भारतीय कैलेंडर के मुताबिक ७ तारीख को सप्तमी तिथि, थी टाटा सप्ताह का ७वन् दिन सनिवर था. ७ के अंक कि महत्ता है कि ७ हवं सामग्री अग्निदेव को समर्पित कर अग्नि के ७ फेरे ले कर युगल जोरी ७ वचनों कि प्रतिज्ञा कर ७ जन्मों के लिए पति पत्नी के रुप मैं एक हो जातें है. ७ सितारे, ७ ऋषि सप्त्रिशी, ७ महा सुमुद्र, ७ महाद्वीप, ७ आश्मन, ७ महापर्वत, ७ पवित्र नदियाँ, सूर्य भगवन के ७ घोर (अश्वा) ७ महाग्रंथ, ७ पहर, ७ दिन का सप्ताह, ज्योतिष के ७ ग्रह, ७ रंगी सतरंगी इन्द्रधनुष, ७ सुर, ७ रंग, ७ पुश्तें, ७ कि महत्ता तथा गरिमा को प्रदर्शित करते है. हालांकि ७ का फेर भी प्रशिद्धा है. लुच्क्य ७, ७ का अंक भारत्वंशिया के लिया सौभाग्यशाली रह इश्में संदेश नही. मजे कि बात है कि मेरा लुककी अंक भी ७ हे है. डी.न.बरोला, रानीखेत उत्तराक्खंड

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